छोटे नवाब, बड़े नवाब छोटे नवाब, बड़े नवाब
के नाम पर घर से निकला था, अब मधुरिमा के बिना ही लौट चला। के नाम पर घर से निकला था, अब मधुरिमा के बिना ही लौट चला।
पूरी तरह बेखबर थी कि उसका आने वाला कल कैसा है ? अपने आज में पूरी तरह डूबी हुई। पूरी तरह बेखबर थी कि उसका आने वाला कल कैसा है ? अपने आज में पूरी तरह डूबी हुई।
पर पता नहीं था उसके मन की विद्रोह कब ख़तम होगा ?पर पता नहीं था उसके मन की विद्रोह कब ख़ पर पता नहीं था उसके मन की विद्रोह कब ख़तम होगा ?पर पता नहीं था उसके मन की विद्रो...
इन तमाम चीज़ों से खुद भी बचना चाहिए और ओरों को भी बचाना चाहिए इन तमाम चीज़ों से खुद भी बचना चाहिए और ओरों को भी बचाना चाहिए
हम ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि मैं जानती हूँ, माँ के समर्पण की गहराई व अपने सपनों की ऊँचाई को। हम ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि मैं जानती हूँ, माँ के समर्पण की गहराई व अपने सपनों की...